Ambedkar Scholarship Yojana: 10वीं पास छात्रों के लिए खुशखबरी, मिलेंगे ₹12,000

देशभर में शिक्षा को प्रोत्साहन देने और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को मदद पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें समय-समय पर कई तरह की छात्रवृत्ति योजनाएं चलाती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है अंबेडकर छात्रवृत्ति योजना (Ambedkar Scholarship Yojana)। इस स्कीम का सबसे बड़ा फायदा उन छात्रों को मिलता है, जिन्होंने 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है और आगे पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, मगर परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है।

इस योजना के तहत छात्रों को ₹12,000 तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। खास बात यह है कि आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इच्छुक छात्र ऑनलाइन माध्यम से इसका लाभ उठा सकते हैं। योजना का लक्ष्य देश के हर उस प्रतिभाशाली छात्र तक पहुंचना है, जो पैसों की कमी के चलते अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं।

कौन कर सकता है आवेदन?

योजना का लाभ मुख्य रूप से एससी, ओबीसी और इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन (EWS) वर्ग के छात्रों को दिया जाता है। आवेदन करने के लिए छात्र का 10वीं पास होना अनिवार्य है और उसके बाद वह 11वीं या आगे की पढ़ाई में एडमिशन ले चुका हो।

आवेदक के परिवार की वार्षिक आय एक तय सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए। आमतौर पर यह सीमा ₹2.5 लाख प्रति वर्ष तय की गई है। जिसका उद्देश्य है कि यह स्कीम केवल जरूरतमंद छात्रों तक पहुंचे।

कितना मिलेगा लाभ?

Ambedkar Scholarship Yojana के तहत छात्रों को ₹12,000 की राशि सीधे बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए दी जाएगी। यह राशि छात्रों की ट्यूशन फीस, किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य शैक्षिक जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयोग की जा सकती है।

आवेदन कैसे करें?

  • छात्रों को योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।

  • ऑनलाइन फॉर्म में छात्र को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षिक योग्यता और बैंक अकाउंट विवरण भरना होगा।

  • इसके साथ-साथ छात्र को आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और 10वीं की मार्कशीट अपलोड करनी होंगी।

  • आवेदन सत्यापित होने के बाद छात्र के खाते में छात्रवृत्ति की राशि भेज दी जाएगी।

क्यों है यह योजना खास?

भारत के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में आज भी कई प्रतिभाशाली छात्र और छात्राएं पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं, सिर्फ इसलिए कि उनके पास फीस जमा करने या किताबें खरीदने तक के पैसे नहीं होते। अंबेडकर छात्रवृत्ति योजना का मकसद है कि किसी भी बच्चे की पढ़ाई सिर्फ आर्थिक कारणों से न रुके।

डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिनके नाम पर यह योजना शुरू हुई है, ने हमेशा शिक्षा को समाज को बदलने का सबसे सशक्त हथियार बताया था। उनकी शिक्षाएं आज भी यही संदेश देती हैं कि अगर देश को तरक्की करनी है, तो हर बच्चे को पढ़ने का समान अवसर देना होगा। इस योजना को उन्हीं की सोच को आगे बढ़ाने के तौर पर देखा जा रहा है।

छात्र और अभिभावक क्या कह रहे हैं?

लखनऊ की रहने वाली सोनाली, जिसने हाल ही में 10वीं की परीक्षा दी है, बताती है – “मेरा सपना है कि मैं मेडिकल की पढ़ाई करूं। लेकिन घर की आय बहुत कम है। जब मुझे अंबेडकर छात्रवृत्ति योजना के बारे में पता चला, तो लगा जैसे मेरी राह आसान हो गई।”

इसी तरह हरियाणा के रोहतक के एक किसान परिवार से आने वाले छात्र राहुल का कहना है – “गोपाल जी के मंदिर में काम करके पिताजी बमुश्किल घर चलाते हैं। पढ़ाई करना चाह रहा था लेकिन फीस की चिंता थी। अब इस योजना से मुझे भरोसा हुआ है कि पढ़ाई पूरी कर सकूंगा।”

कब है आखिरी तारीख?

अधिकारियों के मुताबिक, योजना के लिए आवेदन की आखिरी तारीख अगले महीने तय की गई है। हालांकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों तक यह सुविधा पहुंचे, इसलिए शिक्षा विभाग लगातार जागरूकता अभियान भी चला रहा है ताकि पात्र छात्र समय रहते फॉर्म भर सकें।

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