नमस्कार साथियों, आज हम आपको राजस्थान सरकार की एक ऐसी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। जी हां, हम बात कर रहे हैं लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 की। इस योजना के तहत बालिकाओं को जन्म से लेकर शिक्षा पूरी करने और 21 वर्ष की आयु पूरी होने तक ₹1.5 लाख की आर्थिक सहायता सात चरणों में सीधे उनके बैंक खाते में दी जाती है।
योजना का उद्देश्य
राजस्थान सरकार ने इस योजना को प्रारंभ करने के पीछे कई महत्वपूर्ण लक्ष्य तय किए हैं। सबसे पहला उद्देश्य है, बालिकाओं के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करना। इसके साथ ही राज्य सरकार चाहती है कि हर बेटी को शिक्षा और स्वास्थ्य का पूरा अधिकार मिले। इस योजना से संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिलेगा जिससे मातृ मृत्यु दर में कमी आएगी। वहीं, शिशु मृत्यु दर घटाने और घटते लिंगानुपात को सुधारने का भी प्रयास किया जाएगा।
सरकार का यह भी मानना है कि जब बेटियों को शिक्षा और सुरक्षा का पूरा वातावरण मिलेगा, तो बाल विवाह में कमी आएगी और बेटियां स्नातक तक पढ़ाई कर पाएंगी। यही वजह है कि लाडो प्रोत्साहन योजना को बालिकाओं के समग्र विकास से जोड़ा गया है।
लाभ किसे मिलेगा?
लाडो प्रोत्साहन योजना का लाभ पाने के लिए जरूरी है कि प्रसूता राजस्थान की मूल निवासी हो। इस योजना के तहत वही बालिकाएं पात्र होंगी जिनका जन्म राजकीय चिकित्सालय या फिर जननी सुरक्षा योजना से अधिस्वीकृत निजी अस्पताल में हुआ हो। जैसे ही बालिका का जन्म होता है, उसी समय से यह योजना उसके लिए लागू हो जाती है और सात चरणों में आर्थिक सहायता मिलनी शुरू हो जाती है।
सहायता की प्रक्रिया
योजना के अंतर्गत बालिका को जन्म से लेकर 21 वर्ष की आयु पूरी होने तक अलग-अलग चरणों में सहायता दी जाएगी। सबसे पहले जन्म पर राशि दी जाएगी, उसके बाद जब बच्ची का स्कूल में नामांकन होगा तो अगली किस्त दी जाएगी। इसी तरह आगे की किस्तें उसकी पढ़ाई और उम्र पूरी होने पर मिलेंगी। इस तरह कुल मिलाकर ₹1.5 लाख की राशि सीधे डीबीटी (DBT) के माध्यम से बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
राजस्थान सरकार का बेटियों के लिए बड़ा कदम
लाडो प्रोत्साहन योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं है बल्कि बेटियों के प्रति समाज की सोच बदलने का भी एक बड़ा प्रयास है। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बेटियों के जन्म पर परिवार खुश होगा और उनकी पढ़ाई-लिखाई को लेकर चिंता भी कम होगी।
सरकार चाहती है कि राजस्थान की हर बेटी पढ़े, आगे बढ़े और अपने परिवार का नाम रोशन करे। ऐसे में यह योजना न केवल बेटियों का भविष्य सुरक्षित करेगी बल्कि समाज में भी बेटियों के प्रति सम्मान और समानता की भावना को बढ़ाएगी।
निष्कर्ष
दोस्तों, आपने जाना कि राजस्थान सरकार की लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 कैसे बेटियों के जीवन में बदलाव लाने वाली है। यह योजना बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा को मजबूत बनाने की दिशा में बेहद सराहनीय कदम है। अगर आपके घर में बेटी का जन्म हुआ है और आप राजस्थान के मूल निवासी हैं, तो समय रहते इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन जरूर करें।