हरियाणा सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मिनी डेयरी योजना शुरू की है जो ग्रामीण महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत राज्य की कोई भी महिला भैंस पालन शुरू करने के लिए 1 लाख रुपये तक का लोन ले सकती है, जिसमें सरकार की तरफ से 25% से 50% तक की सब्सिडी दी जा रही है। सामान्य वर्ग की महिलाओं को 25% सब्सिडी मिलेगी, यानी उन्हें सिर्फ 75,000 रुपये वापस करने होंगे, जबकि एससी/एसटी वर्ग की महिलाओं को 50% की भारी छूट मिल रही है जिससे उन्हें केवल 50,000 रुपये ही चुकाने होंगे।
इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक महिला को हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए और उसकी उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए। सबसे खास बात यह है कि इस लोन के लिए किसी गारंटर या जमानत की जरूरत नहीं है। आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, भैंस रखने के लिए शेड की फोटो, बैंक खाते की पासबुक, फैमिली आईडी और बैंक से प्राप्त नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) शामिल हैं।
आवेदन करने की प्रक्रिया बेहद आसान है। आप तीन तरीकों से आवेदन कर सकते हैं – हरियाणा सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन, नजदीकी सीएससी सेंटर पर जाकर, या किसी भी सरकारी बैंक की शाखा में संपर्क करके। ऑनलाइन आवेदन के लिए सरल हरियाणा पोर्टल पर जाकर मिनी डेयरी योजना का विकल्प चुनें और सभी जरूरी जानकारी भरकर दस्तावेज अपलोड करें। आवेदन पूरा होने के बाद 15-20 दिनों के भीतर लोन की राशि सीधे आपके बैंक खाते में आ जाएगी।
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह महिलाओं को घर बैठे आय का स्रोत बनाने में मदद करेगी। एक भैंस से प्रतिदिन 8-10 लीटर दूध का उत्पादन हो सकता है, जिसे स्थानीय डेयरी या सहकारी समितियों को बेचकर अच्छी आमदनी की जा सकती है। सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी इस व्यवसाय को और भी लाभदायक बना देती है, क्योंकि इससे महिलाओं पर कर्ज का बोझ काफी कम हो जाता है।
हरियाणा सरकार की इस योजना ने ग्रामीण महिलाओं के सपनों को पंख लगा दिए हैं। अगर आप या आपके परिवार की कोई महिला इस योजना का लाभ उठाना चाहती है, तो जल्द से जल्द आवेदन करें। याद रखें कि यह योजना सीमित समय के लिए है, इसलिए देरी न करें। सभी जरूरी दस्तावेज तैयार करके आज ही आवेदन करें और अपना डेयरी व्यवसाय शुरू करें।